
Cat vaccination schedule 2025 बिल्ली की देखभाल सिर्फ भोजन या प्यार तक सीमित नहीं होती — उसका टीकाकरण (Vaccination) उसका “जीवन कवच” होता है। सही वैक्सीनेशन न केवल आपकी बिल्ली को घातक बीमारियों से बचाता है, बल्कि आपके परिवार और समुदाय की सुरक्षा में भी बड़ी भूमिका निभाता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि बिल्ली को कौन-कौन से टीके कब लगवाने चाहिए, उनका महत्व क्या है, भारत में उपलब्ध टीके कौन से हैं, और एक सही वैक्सीनेशन शेड्यूल कैसे तैयार करें। Cat vaccine guide India
🧬 1. बिल्ली के टीकाकरण का महत्व, Cat vaccination schedule 2025: सही कैट वैक्सीनेशन प्लान और इसका महत्व (The Right Cat Vaccination Plan and Why It’s Important in Hindi)
बिल्लियों में कई घातक और संक्रामक बीमारियाँ होती हैं जिनसे उनकी जान का खतरा हो सकता है — जैसे कि फेलाइन पैनल्यूकोपेनिया, कैलिसीवायरस, रेबीज़, और फेलाइन ल्यूकेमिया वायरस (FeLV)। वैक्सीन इन बीमारियों के खिलाफ बिल्ली की इम्यून सिस्टम को प्रशिक्षित करती है ताकि भविष्य में संक्रमण होने पर शरीर लड़ सके।

मुख्य फायदे:
- जानलेवा बीमारियों से बचाव
- बिल्ली की उम्र और जीवन की गुणवत्ता में सुधार
- अन्य जानवरों और मनुष्यों में संक्रमण का खतरा कम
- सामूहिक पशु स्वास्थ्य सुरक्षा (Herd Immunity)
🩺 2. भारत में बिल्लियों के लिए जरूरी वैक्सीन FVRCP and Rabies vaccine for cats
बिल्लियों के लिए टीकाकरण दो श्रेणियों में बाँटे जाते हैं — कोर वैक्सीन (Core Vaccines) और नॉन-कोर वैक्सीन (Non-Core Vaccines)।
🧫 (A) कोर वैक्सीन
ये सभी बिल्लियों के लिए आवश्यक हैं, चाहे वे इनडोर हों या आउटडोर। Pet vaccination awareness in India
वैक्सीन का नाम | सुरक्षा किससे प्रदान करता है | टीकाकरण आयु | नोट |
---|---|---|---|
FVRCP वैक्सीन | वायरल राइनोट्रेकाइटिस, कैलिसीवायरस, पैनल्यूकोपेनिया | 6-8 सप्ताह से शुरुआत | “ट्राईवेलेंट वैक्सीन” के रूप में भी जाना जाता है |
रेबीज़ वैक्सीन | रेबीज़ वायरस | 12-16 सप्ताह | भारत में कानूनी रूप से अनिवार्य |
💉 (B) नॉन-कोर वैक्सीन
ये टीके विशेष परिस्थितियों में दी जाती हैं जब बिल्ली बाहरी संपर्क में रहती है या क्षेत्रीय रूप से बीमारी के खतरे अधिक होते हैं। Pet vaccination awareness in India
वैक्सीन का नाम | सुरक्षा किससे प्रदान करता है | अनुशंसित स्थिति |
---|---|---|
FeLV | फेलाइन ल्यूकेमिया वायरस | आउटडोर बिल्ली, कई बिल्लियों के संग रहने पर |
Bordetella | श्वसन संक्रमण | बोर्डिंग या ट्रैवल के दौरान |

🐾 3. बिल्ली के बच्चों (Kittens) के लिए वैक्सीनेशन शेड्यूल
किटन का पहली बार इम्यून सिस्टम माँ के दूध से सुरक्षा प्राप्त करता है, लेकिन यह 6-8 सप्ताह बाद कम होने लगता है। इसलिए, टीका शुरू करने का यही सबसे सही समय होता है। Cat vaccine guide India
आयु (सप्ताह) | वैक्सीन | उद्देश्य |
---|---|---|
6-8 सप्ताह | FVRCP (पहला डोज़) | प्रतिरक्षा प्रणाली की शुरुआत |
9-10 सप्ताह | FVRCP (बूस्टर) | अतिरिक्त सुरक्षा |
14-16 सप्ताह | FVRCP + Rabies | पूर्ण सुरक्षा और रेबीज़ संक्रमण से रक्षा |
नोट: मां के दूध से मिले एंटीबॉडी के खत्म होते ही टीका अधिक प्रभावी होता है।
🧑⚕️ 4. वयस्क बिल्लियों (Adult Cats) का वैक्सीनेशन Cat vaccine guide India
यदि बिल्ली पहले से टीका लगवा चुकी है, तो उसके लिए बूस्टर डोज़ जरूरी होता है ताकि इम्यूनिटी बनी रहे।
बिल्ली की स्थिति | सुझाया गया वैक्सीनेशन | आवृत्ति |
---|---|---|
पहले से टीका लगी बिल्ली | FVRCP + Rabies बूस्टर | हर 1 वर्ष में एक बार |
अनवैक्सीनेटेड वयस्क बिल्ली | शुरुआती दो खुराक (30 दिन के अंतराल में) | फिर हर साल बूस्टर |
फेलाइन ल्यूकेमिया (FeLV) वाला टीका उन बिल्लियों के लिए अनुशंसित है जो अन्य पशु या बाहर के संपर्क में आती हैं। Cat vaccine guide India

🧪 5. टीकाकरण की तैयारी और प्रक्रिया
टीकाकरण से पहले:
- बिल्ली पूरी तरह स्वस्थ हो।
- वर्मिंग (deworming) 7-10 दिन पहले कर लें।
- डॉक्टर से सामान्य जांच कराएं।
टीकाकरण के बाद देखभाल:
- 24 घंटे तक बिल्ली को न नहलाएं।
- हल्का और पचने योग्य भोजन दें।
- इंजेक्शन वाली जगह को खुजाने से रोकें।
सामान्य दुष्प्रभाव: हल्का बुखार, सुस्ती, कमजोरी — जो लगभग 24 घंटे में सामान्य हो जाता है। गंभीर प्रतिक्रियाएँ दुर्लभ हैं।
💰 6. भारत में बिल्ली टीकाकरण की लागत (2025 अनुमान) Cat vaccine guide India
भारत के विभिन्न शहरों में वैक्सीन की कीमत थोड़ी अलग-अलग है। Cat vaccine price in India
वैक्सीन प्रकार | औसत कीमत (₹) | आवृत्ति |
---|---|---|
FVRCP ट्राईवेलेंट | ₹500 – ₹1200 | हर वर्ष |
रेबीज़ वैक्सीन | ₹300 – ₹700 | हर 1 वर्ष में |
FeLV वैक्सीन | ₹600 – ₹1500 | हर वर्ष या आवश्यकता अनुसार |
डे-वॉर्मिंग ट्रीटमेंट | ₹200 – ₹500 | 3 माह में एक बार |
नोट: सरकारी पशु अस्पतालों में कुछ टीके सब्सिडी दरों पर उपलब्ध होते हैं। निजी क्लीनिक अधिक व्यापक सेवा देते हैं।
🧭 7. सही टीकाकरण प्लान चुनने के सुझाव
- वेटेरिनरी डॉक्टर से परामर्श लें: हर बिल्ली की स्थिति अलग होती है, इसलिए डॉक्टर की गाइड जरूरी है।
- टीका कार्ड (Vaccination Record) रखें: तारीखें रिकॉर्ड करें और अगली डोज़ के लिए रिमाइंडर लगाएं।
- इलाके की स्थिति जानें: शहरी क्षेत्रों में रेबीज़ या FeLV का खतरा ज्यादा होता है।
- इनडोर बिल्ली को भी टीका लगवाएं: मच्छर, बैक्टीरिया या इंसानों के ज़रिए भी वायरस पहुंच सकता है।
⚕️ 8. बिल्ली को वैक्सीन क्यों कभी नहीं छोड़ना चाहिए
टीकाकरण न करना कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है, जैसे:
- फेलाइन पैनल्यूकोपेनिया → घातक पाचन रोग
- कैलिसीवायरस → श्वसन संक्रमण और मुँह के छाले
- रेबीज़ → जानलेवा और मानव संक्रमण का खतरा
- FeLV → कैंसर और इम्यून सिस्टम क्षति
भारत में हर वर्ष हजारों बिल्लियाँ वैक्सीनेशन की कमी से बचाई जा सकती हैं।
🏥 9. सरकारी और निजी टीकाकरण केंद्र
केंद्र प्रकार | लागत (₹) | फायदे |
---|---|---|
सरकारी अस्पताल | ₹200 – ₹800 | सस्ता, मूल टीके उपलब्ध |
निजी क्लीनिक | ₹800 – ₹2500 | घर जैसी सुविधा और विस्तृत देखभाल |
मोबाइल वेट सर्विस | ₹400 – ₹1200 | घर पर टीकाकरण सेवा |
⚠️ 10. सावधानियाँ
- टीका लगवाने से पहले हमेशा वैक्सीन की एक्सपायरी डेट जांचें।
- अनजाने दुष्प्रभाव होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- रेबीज़ वैक्सीन की कानूनी आवश्यकताओं का पालन सुनिश्चित करें।
- गर्भवती या दुग्धपान कराने वाली बिल्लियों को केवल डॉक्टर की सलाह पर ही वैक्सीन दें।
📋 11. एक नजर में सही वैक्सीनेशन शेड्यूल
बिल्ली की अवस्था | दिए जाने वाले टीके | अवधि |
---|---|---|
बिल्ली के बच्चे | FVRCP + Rabies | 6-16 सप्ताह में तीन चरणों में |
वयस्क (पहली बार) | FVRCP + Rabies (डबल डोज़) | 30 दिन के अंतर पर |
वार्षिक बूस्टर | FVRCP + Rabies + FeLV | हर साल एक बार |
🧡 12. निष्कर्ष
एक सही वैक्सीनेशन प्लान न केवल आपकी बिल्ली की सुरक्षा सुनिश्चित करता है बल्कि उसे एक स्वस्थ, लंबा और खुशहाल जीवन देता है। चाहे आपकी बिल्ली इनडोर हो या आउटडोर, टीकाकरण उसका सुरक्षा कवच है। बिल्ली को टीकाकरण के ज़रिए सुरक्षात्मक ढाल देना एक जिम्मेदार पालतू मालिक की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है।
अगर आप नियमित टीकाकरण शेड्यूल फॉलो करते हैं, तो आपकी प्यारी बिल्ली न केवल खुश रहती है बल्कि आपको और आपके परिवार को भी सुरक्षित रखती है।