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Diwali 2025: -रोशनी, संस्कृति और आधुनिकता का संगम

Diwali -2025

Diwali -2025 भारत त्योहारों की धरती है, यहाँ हर त्योहार अपने साथ नई ऊर्जा, उत्सव और परंपरा लेकर आता है। लेकिन जब बात दीपावली की होती है, तो इसका उत्साह, इसकी भव्यता और इसकी आध्यात्मिक गहराई सबसे अलग नज़र आती है। दीपावली, जिसे ‘प्रकाश पर्व’ भी कहा जाता है, केवल हिन्दू धर्म का ही नहीं बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। Diwali 2025

साल 2025 में दीपावली का पर्व 21 अक्टूबर को पड़ रहा है। यह पर्व न केवल घर-आंगन को रोशन करता है बल्कि हमारे हृदय में आशा और सकारात्मकता का दीप जलाता है। आइए इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं कि दीपावली क्यों खास है और इसे मनाने के तरीके 2025 में किस प्रकार बदलकर और भी आधुनिक होते जा रहे हैं। Diwali -2025

दीपावली का पौराणिक महत्व

दीपावली का संबंध कई पौराणिक कथाओं से है, जिनमें सबसे प्रमुख है भगवान श्रीराम का 14 वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटना। जब श्रीराम माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या पहुंचे थे, तब नगरवासियों ने घी के दीपक जलाकर उनका स्वागत किया। तभी से यह पर्व प्रकाश और उल्लास का प्रतीक बन गया। Diwali 2025

इसके अलावा:

दीपावली से जुड़ी पाँच दिवसीय परंपराएँ

एक दिन का नहीं बल्कि पाँच दिनों का उत्सव है। हर दिन का अपना महत्व है:

  1. धनतेरस – इस दिन स्वास्थ्य और समृद्धि के देवता धन्वंतरि की पूजा होती है और लोग बर्तन, सोना-चाँदी या अन्य वस्तुएँ खरीदते हैं।
  2. नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली) – असुर नरकासुर पर भगवान कृष्ण की विजय का प्रतीक दिन। इस दिन घर की अच्छी तरह सफाई और दीपदान का महत्व होता है।
  3. दीपावली – मुख्य त्योहार, जब माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। घर-आँगन दीपों और रोशनी से जगमगाते हैं।
  4. गोवर्धन पूजा – यह दिन भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है। लोग अन्नकूट बनाते हैं और गोवर्धन पर्वत की पूजा करते हैं।
  5. भाई दूज – इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं।

यहाँ दीपावली 2025 के त्योहार के मुख्य दिनों और उनकी तिथियों को एक तालिका के रूप में प्रस्तुत किया गया है: Diwali 2025

दिनांकपर्व का नामदिनविवरण
18 अक्टूबर 2025धनतेरसशनिवारभगवान धन्वंतरि और माँ लक्ष्मी की पूजा, धन-सम्पदा के लिए शुभ दिन।
20 अक्टूबर 2025नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली)सोमवारबुराई पर अच्छाई की जीत, घर की सफाई एवं तेल स्नान।
21 अक्टूबर 2025दीवाली (लक्ष्मी पूजा)मंगलवारमुख्य दीपावली, माँ लक्ष्मी एवं गणेश जी की पूजा, घरों की सजावट।
22 अक्टूबर 2025गोवर्धन पूजाबुधवारभगवान कृष्ण की पूजा, उत्सव के दौरान अन्नकूट की तैयारी।
23 अक्टूबर 2025भाई दूजगुरुवारबहन-भाई के रिश्ते का पर्व, तिलक और उपहारों का आदान-प्रदान।

यह पर्व 18 अक्टूबर से शुरू होकर 23 अक्टूबर 2025 तक चलेगा, और यह पांच दिवसीय उत्सव है जिसमें हर दिन की अपनी धार्मिक और सामाजिक महत्ता है।

दीपावली 2025 की विशेषताएँ

साल 2025 की दीपावली कई मायनों में खास होने वाली है। इस बार ज्योतिष के अनुसार, ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति शुभ मानी जा रही है और पूजन का महूरत रात्रि 7:05 से 9:35 तक सर्वोत्तम बताया गया है।

2025 में बदली हुई खास बातें:

दीपावली के धार्मिक एवं सामाजिक पहलू

दीपावली न केवल एक धार्मिक पर्व है बल्कि यह सामाजिक समरसता और भाईचारे का प्रतीक भी है। Diwali 2025

घर और बाज़ार की रौनक

दीपावली से पहले बाजारों की सजावट देखते ही बनती है। मिठाई की दुकानों पर रसोइयों की व्यस्तता, कपड़ों की दुकानों पर भीड़, रंगोली, सजावटी सामान और नए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की खरीदारी – सब कुछ लोगों को उल्लास से भर देता है।

2025 की नई ट्रेंडिंग चीजें:


दीपावली और आधुनिक तकनीक

साल 2025 में दीपावली और तकनीक का मेल भी रोचक है।

पर्यावरण और ग्रीन दीपावली Diwali 2025

आज जब प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन चुका है, तब दीपावली के अवसर पर पर्यावरण को सुरक्षित रखना बेहद ज़रूरी है। ग्रीन दीपावली की पहल में शामिल हैं:

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दीपावली से जुड़ी लोकप्रिय मिठाइयाँ

किसी भी भारतीय त्योहार की पहचान मिठाइयों से होती है। दीपावली पर लड्डू, बर्फी, गुलाब जामुन, गुझिया, काजू कतली जैसी मिठाइयाँ घर-घर में बनती हैं। Diwali 2025
2025 में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को ध्यान में रखते हुए शुगर-फ्री और मिलेट-आधारित मिठाइयाँ भी खूब लोकप्रिय हो रही हैं। Diwali 2025

ग्रामीण और शहरी दीपावली का अंतर Diwali 2025

ग्रामीण क्षेत्रों में दीपावली का उत्सव आज भी परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। वहाँ मिट्टी के दीयों की जगमगाहट और सामूहिक पूजा का सौंदर्य अद्वितीय होता है।
शहरी क्षेत्रों में तकनीकी और आधुनिकता का प्रभाव देखने को मिलता है Diwali 2025

जहाँ लोग सजावट में इलेक्ट्रिक लाइट, एआई गैजेट्स और ऑनलाइन पूजा विधियों का उपयोग करते हैं। Diwali 2025

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दीपावली Diwali 2025

आज दीपावली केवल भारत तक सीमित नहीं रह गई है। अमेरिका, कनाडा, यूके, मॉरीशस, फिजी और खाड़ी देशों में बड़ी धूमधाम से इसका आयोजन होता है।

वहाँ भारतीय प्रवासी समुदाय अपने देश की संस्कृति को जीवित रखते हुए इस रोशनी के पर्व को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिला रहा है। Diwali 2025

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दीपावली: एक व्यक्तिगत अनुभव Diwali 2025

हर व्यक्ति की दीपावली मनाने की अपनी यादें और भावनाएँ होती हैं।

बचपन में घर की सफाई, माँ के हाथ की बनी मिठाइयाँ, पापा संग बाज़ार से पटाखे लाना और रात को पूरे परिवार के साथ पूजा करना Diwali -2025

यह सब भावनाओं का अमूल्य खजाना है। आधुनिक जीवन भले ही हमें व्यस्त कर दे,

लेकिन दीपावली हमारे भीतर परिवार और रिश्तों की मजबूती को पुनर्जीवित करती है।


निष्कर्ष

दीपावली केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक उत्सव है।

यह अंधकार को खत्म कर प्रकाश और सकारात्मकता फैलाने का संदेश देता है।

2025 की दीपावली हमें यह सिखाती है कि परंपरा और आधुनिकता दोनों का संगम संभव है।

हमें चाहिए कि इस बार हम दीपावली को केवल अपने आनंद के लिए नहीं बल्कि समाज और पर्यावरण के हित में मनाएँ।

तभी इस प्रकाश पर्व का वास्तविक अर्थ पूर्ण होगा।

Mahendra Singh Thakur

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